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मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना से किशन चंद्रवंशी को मिला रोजगार

प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के साथ हो रही आमदनी-किशन

कवर्धा,। मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना से  किशन चंद्रवंशी की जीवन में एक नया मोड़ आया है। बीएससी की पढ़ाई करने के बाद प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी में अपना समय दिया। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी की आगे पढ़ाई के लिए एक शांत वातावरण वाले स्थान चयन करते हुए मन में रोजगार करने का विचार आया। जिससे स्वयं की पढ़ाई जारी रहे और इसके साथ ही अन्य प्रतियोगी परीक्षा के परीक्षार्थी भी यहां अपना पढ़ाई कर सके। जिससे पढ़ाई के साथ-साथ आमदनी भी हो। इसके लिए लाइब्रेरी कम रीडिंग रूम की स्थापना करने का सोंचा और जिला व्यापार एवं उद्योग विभाग से संपर्क कर मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना से 04 लाख रूपए का ऋण प्राप्त हुआ। वर्तमान मे किशन पीएससी की तैयारी के साथ-साथ पिछले दो महीने में 80 हजार रूपए की आय प्राप्त की है।
बोड़ला विकासखंड के ग्राम सारंगपुर निवासी  किशन चंद्रवंशी ने बताया कि वे कवर्धा से बीएससी की पढाई की है। पढाई के बाद प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने के लिए बिलासपुर में कोचिंग किया। बिलासपुर में कोचिंग के दौरान किशन लाइब्रेरी में जाकर पढाई करता था, कोचिंग खत्म होने के बाद कवर्धा में आकर तैयारी करने लगा। किशन ने बताया कि यहाँ कोई शांत स्थल जहां परीक्षा से सम्बंधित पुस्तकें उपलब्ध हो व अन्य प्रतिभागियों के साथ विभिन्न विषयों पर चर्चा की जा सके, इसकी कमी महसूस होने लगी। यही कमी मेरे जैसे अन्य प्रतिभागी भी जो प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे थे उन्हें भी महसूस होती थी। इसीलिए मैंने अपनी तैयारी के साथ-साथ लाइब्रेरी कम रीडिंग रूम स्थापित करने का निर्णय लिया। जिससे मेरी कुछ आय भी सुनिश्चित हो सके तथा यहाँ के लोगो के लिए लाइब्रेरी की सुविधा भी उपलब्ध हो जाए। उन्होंने बताया कि पढाई के दौरान मुझे ज्ञात था कि शासन स्वरोजगार के लिए अनुदान संबंधी योजनाएं संचालित करती है, इसलिए मैंने उद्योग विभाग में संपर्क किया। जहा मुझे मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना के बारे में जानकारी दी गई साथ ही कार्यालय द्वारा मेरा 4 लाख रूपए के ऋण के लिए आवेदन भी करवाया गया। किशन ने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक, पोंडी से मेरा 4 लाख रुपए का ऋण स्वीकृत हुआ तथा शासन की तरफ से मुझे 60 हजार रुपए का अनुदान भी प्राप्त हुआ है। उन्होनें बताया कि ऋण राशि प्राप्त होने के बाद मैंने 13 दिसम्बर 2022 को कवर्धा में पी.जी. कॉलेज के पास सिटी लाइब्रेरी के नाम से लाइब्रेरी कम रीडिंग रूम की स्थापना की। वर्तमान में मैंने पी.एस.सी. की तैयारी करने के साथ साथ पिछले 2 महीने में लगभग 80 हजार रुपए की आय भी सुनिश्चित की है।

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