कवर्धा- जिला एवं सत्र न्यायालय में चल रहे पुराने एक्ट्रोसिटी मामले में दोष मुक्त हुए विजय शर्मा उन्होंने न्यायालय परिसर से बाहर स्थानीय पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा आम गरीब लोगों का राशन कार्ड नही बन रहा था आम जनता गरीब लोग जिनकी जीविका राशन दुकान से मिलने वाली खाद्यान्न सामग्री से चलती है ऐसे लोगो के लिए एक जन प्रतिनिधि के हैसियत से किसी ऑफिस में जाना और अधिकारियों से बात करना तत्कालीन भूपेश सरकार में अपराध हो गया था । राजनीतिक प्रतिद्वंदता न बढ़ जाये इसलिए तत्कालीन विधायक मो अकबर इस तरह के हथकंडे अपनाते थे । लोगो को अलग अलग तरह से परेशान करना प्रताड़ित करना यही तो हुआ पिछले 5 वर्ष के काँग्रेस के कार्यकाल में । किंतु अंत मे सच्चाई की जीती होती है इसलिए कहा गया है सत्य मेव जयते माननीय न्यायालय ने उक्त प्रकरण में मुझे और कैलाश चंद्रवंशी को आज दोष मुक्त किया है । उन्होंने कहा मैं न्यायालय के प्रति आभार व्यक्त करता हूँ ।
उन्होंने बताया कवर्धा में हुए ध्वज विवाद के बाद हमे आरोपी बनाया गया था उस प्रकरण में जमानत मिलने के बाद एक्ट्रोसिटी लगाकर 18 दिनों तक जेल भेजा गया । इस प्रकरण में हमे जमानत न मीले इसलिए हर संभव प्रयाश किया था कोरोना काल मे तीन वर्ष से कम सजा वालों को जमानत देने के नियम कर तहत जमानत मिली उस नियम को खत्म करने का रातों रात प्रयाश किया गया था । उन्होंने कहा दर्जनों प्रकरण मुझ पर राजनीतिक कारणों से प्रेरित होकर दर्ज किए गए थे जिनमें से एक मे मुझे माननीय न्यायालय ने दोष मुक्त किया है । न्यायालय के प्रति हम आभार व्यक्त करते है । देर से ही सही पर जीत तो सत्य की ही होती है ।