कवर्धा। अब जिला अस्पताल में ओपीडी संख्या में वृद्धि देखने को मिल रही है। मौसम के बदलते ही लोंगों की सेहत में असर पड़ती है। सामान्य मरीज में सर्दी खांसी के साथ बुखार के मरीज बढ़ रहे है। देखने में आ रहा है कि छोटे बच्चे इससे ज्यादा प्रभावित हो रहे है। देश में इंफल्यूएंजा के मरीज सामने आने से लोग इसको लेकर डरने लगे है, लेकिन राहत की बात है कि जिले में अभी एक भी मरीज इस तरह की सामने नहीं आयें है और जो मरीज आ रहे हैं ये सामान्य दवाईयों से सप्ताहभर के भीतर ठीक हो रहे हैं।
सीएमएचओ डॉ. सुजॉय मुखर्जी ने बताया कि जिले के सभी सीएचसी में मरीजों की संख्या में वृद्धि दर्ज की गई। तापमान में बढ़ोतरी के कारण मरीज सुबह से ही इलाज कराने पहुंच रहे है। जिसके कारण ओपीडी में भीड़ दिखाई देती है। उन्होंने बताया कि जिला अस्पताल में औसतन प्रति दिन ओपीडी आ रहे हैं। तीस फीसदी के करीब सर्दी-खॉसी और बुखार के मरीज आ रहें हैं। इसमें बच्चों की संख्या भी शामिल है। मरीजों की संख्या में वृद्धि का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि सुबह से ही मरीज ओपीडी में लाइन लगाकर पर्ची बनवाने खडे़ रहते हैं।
सिविल सर्जन डॉ.एम.सूर्यवंशी ने बताया कि प्रायः ठण्ड के मौसम में लोग हैल्थी रहते है। लगभग मार्च में जैसे-जैसे तापमान बढ़ता है तो मरीजों की संख्या बढ़ती है। माह जनवरी में ओपीडी 8188 में आए थे जो कि माह फरवरी में 8651 हो गया है। वर्ष 2021-22 में अप्रैल से फरवरी तक 83854 से 2022-23 में 99929 तक बढ़ गई है। वहीं सुरक्षित प्रसव के संख्या में 1470 से 2211 हुआ है साथ भर्ती मरीजों की संख्या की बात करें तों पिछले वर्ष 7697 से बढकर इस वर्ष 9347 है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है।
ओपीडी में सामान्य बुखार के मरीज ज्यादा
स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी अनुसार मेडिसीन विभाग में अभी सामान्यतः बुखार के मरीज आ रहे है। अभी कुछ मरीज जरूर बढे़ है, लेकिन इनमें इन्फल्यूएंजा के मरीज नहीं है। ये सामान्य दवा से लगभग एक सप्ताह में ठीक हो रहे है। प्रत्येक दिन की ओपीडी पर नजर है किस प्रकार के मरीज आ रहे है उन्हे त्वरित जॉच कर आवश्यक औषधि प्रदान कर रहे है।