कवर्धा। प्रदेश के वन, परिवहन, आवास, पर्यावरण, विधि विधायी तथा जलवायु परिवर्तन मंत्री व कवर्धा विधायक मोहम्मद अकबर कवर्धा विधानसभा क्षेत्र के ग्राम पंचायत डबराभाटा, मिनमिनिया मैदान, राजानवागांव और ग्राम बिडोरा पहुंचकर ग्रामवासियों से भेंट-मुलाकात कर ग्रामीण, किसान, महिलाओं और बुर्जुर्गों से सीधा संवाद किया। इस दौरान केबिनेट मंत्री अकबर ने ग्राम डबराभाटा में सीसी रोड निर्माण के लिए 6 लाख रुपए की घोषणा की।
केबिनेट मंत्री अकबर ने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में कबीरधाम जिले में लगातार विकास के काम हो रहे है। उन्होने कहा कि जिले में मेडिकल कॉलेज की सौगात मिली है। जिले में सिचाई सुविधाओं को विस्तार किया जा रहा है। कवर्धा विधानसभा में दो सिचाई योजना जगमड़वा के लिए लगभग 70 करोड़ रूपए और घटोला जलाशल के लिए लगभग 12 करोड़ की स्वीकृति मिली है। इससे जिले में सिचाई क्षमता का विस्तार होगा और किसानों को प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा। जिले में पुल-पुलिया-सड़कों की जाल बिछाई जा रही है। गावों में बच्चों के लिए स्कूल भवन, ग्रामीणों के लिए सीसी सड़क, सामाज विकास के लिए सामुदायिक भवनों का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने कहा है कि कबीरधाम जिले को विकास के मुख्यधारा में लाने के लिए हमने पूरी ईमानदारी से काम किया है। विकास का यह पहिया निरंतर आगे बढ़ता रहेगा।
केबिनेट मंत्री अकबर ने कहा कि ग्राम पंचायतों में जाकर आमजनों से सीधा संवाद करने का उद्देश्य शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ उन्हें मिल रहा है या नही इसकी जानकारी लेना है। साथ ही योजनाओं के क्रियान्वयन में कोई समस्या आ रही है, उसे दूर कर योजनाओं का लाभ उन्हें देना है। उन्होंने कहा कि इसी के अनुरूप ही ग्राम पंचायत मुख्यालय में आम जनों से योजनाओं के लाभ की जानकारी लेने आए है। इस दौरान मंत्री अकबर ने शासन की महत्वाकांक्षी योजनाओं की जानकारी विस्तार से दी। उन्होंने कहा कि जिले के विकास के लिए लगातार कार्य किया जा रहा है। उन्होंने राज्य सरकार की गोधन न्याय योजना, राजीव गांधी भूमिहिन ग्रामीण मजदूर न्याय योजना, धान खरीदी योजना, राजीव गांधी युवा मितान योजना, सार्वभौम पीडीएस योजना सहित अन्य जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की फिडबैक भी लिए। ग्रामीणों ने राज्य सरकार की योजनाओं के क्रियान्वन पर संतोष भी जताया। इस अवसर पर राज्य क्रेडा के सदस्य कन्हैया अग्रवाल सहित सबंधित ग्राम पंचायतों के पंच-सरपंचगण, क्षेत्रीय जनप्रतिनिधिगण, अधिकारी-कर्मचारीगण सहित अधिक संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।