कवर्धा

कवीर स्वयंसेवी रक्तदान कर संवार रहे जिंदगी

कवर्धा।  जिला प्रशासन और यूनिसेफ़ के सहयोग से जिले में आजीविका, बाल पोषण और स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण, एवं पर्यावरण व मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों पर कार्य करने के लिए कवीर स्वयंसेवी की शुरुआत दिनांक 20 अप्रैल को की गई थी | जिसका नई उर्जा के साथ पूरे कबीरधाम में युवाओं की सेवा भावना निखर कर सामने आ रही है, कवीर स्वयसेवी के युवा साथी लोगों की मदद करने में बढ़ चढ़कर आगे आ रहे हैं, इसी क्रम में कवीर स्वयं सेवी साथी नितेश चंदेल, जीवन धुर्वे और महेश भट्ट जरुरतमंद को रक्त दान करते नजर आये | हम बता दें कि राजू जो कि पैर से नहीं चल पा रहे थे बीमारी से ग्रस्त थे और जिला अस्पताल कवर्धा में भर्ती है | ऑपरेशन के जरिये इलाज किया जाना था, रक्त की अति आवश्यकता होने पर कवीर स्वयं सेवी के युवाओं के द्वारा दिन शनिवार शाम को जरुरतमंद को रक्तदान कर मदद पहुँचाया है।

कवीर स्वयं सेवी के युवाओं की सेवा भावना से प्रभावित होकर और युवा भी जुड़ रहे है
जिले में कवीर स्वयं सेवी के युवाओं के द्वारा लोगों की मदद किये जाने से और भी युवा इस मदद की भावना से भरी मुहिम के साथ जुड़ रहे हैं, जिला अस्पताल में इलाज करा रहे मरीज जिनको स्वयं सेवियों के द्वारा मदद पहुंचाई गई उनके बेटे विनय भी कवीर स्वयं सेवी के साथ जुड़ आगे साथ देने तैयार हो गए वे कवीर स्वयसेवी को धन्यवाद देते हुए कहते हैं, मेरा नाम विनय अग्रवाल है और मैं उड़िया खुर्द लोहारा ब्लाक का रहने वाला हूँ, आज मेरे पापा को जिला अस्पताल में रक्त की जरुरत पड़ी, जिसमें कवीर स्वयंसेवी भाइयों ने मेरी सहायता की है, और मै इसके लिए उनका शुक्र गुजार हूँ, मैं खुश नसीब हूँ जो आज ही कवीर स्वयं सेवी का हिस्सा बना हूँ, जिनमें लोगों की मदद करने का जज्बा है |

जिले के सामजिक कार्यकर्ता एवं पत्रकारों ने भी कवीर स्वयंसेवी की पहल पर तारीफ़ करते हुए ख़ुशी जताई

 युवा सामाजिक कार्यकर्ता चंद्रकांत ने कहा कि “जिले में युवाओं को स्वयंसेवी भावना से जरुरतमंदों को मदद करना सराहनीय पहल है | इस दिशा में कवीर युवा स्वयंसेवियों द्वारा रक्तदान कर इस मुहिम को आगे बढ़ाया जा रहा है | इससे अन्य युवाओं को भी जुड़कर कार्य करना चाहिए” |

युवा पत्रकार संजय साहब ने कहा कि “बेहद ख़ुशी की बात है की कबीरधाम जिले में कवीर स्वयं सेवी के युवा लोगों की मदद कर रहे हैं और अच्छी पहल कर रहे हैं” |

सामजिक कार्यकर्ता नर्मदा प्रसाद ने कहा कि “रक्त दान को महादान कहा जाता है और ऐसे में युवा एक दूसरे की इतनी जरुरी मदद कर कवीर स्वयं सेवी अन्य युवाओं के लिए प्रेरणा बन रहे हैं, इसी मूलमंत्र से जरुरतमंद साथियों को मदद पहुंचाकर सहायता की भावना से ओत प्रोत नए भविष्य की रचना की जा सकती है”|

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
×

Powered by WhatsApp Chat

×