कवर्धा । जिले के रेगाखार क्षेत्र ग्राम खमरहा में लंबे समय से संचालित अवैध क्रेशर प्लांट में तहसीलदार ने दबिश देकर (छापामार) सीलबंद की कार्रवाई की है।
मामला रेंगाखार तहसील क्षेत्र के ग्राम खमरहा का है जहां कांग्रेस जिलाध्यक्ष नीलकंठ( नीलू )चंद्रवंशी द्वारा अपने पद का दुरुपयोग कर रेंगाखार क्षेत्र के ग्राम खमरहा में बिना खनिज विभाग से अनुज्ञा परमिशन के अवैध तरीके से क्रेशर प्लांट का संचालन कर रहे थे।
आज शुक्रवार को तहसीलदार ने कलेक्टर जन्मेजय महोबे के निर्देशानुसार अनुसार एसडीएम के आदेश पर अवैध रूप से संचालित क्रेशर प्लांट पर दबिश देकर सील कर दिया है । वहीं आपको बता दें कि कलेक्टर कबीरधाम जनमेजय महोबे ने इस मामले पर गंभीरता दिखाते हुए बोड़ला एसडीएम संदीप ठाकुर को जांच अधिकारी बनाकर जांच कर कार्रवाई करने के कड़े निर्देश दिये थे। जिसके बाद राजस्व अमले ने आज छापामार कर अवैध तरीके से संचालित क्रेसर प्लांट को सील कर दिया है ।
बता दें कि क्रेशर खदान जिला काग्रेंस कमेंटी के जिला अध्यक्ष निलकंठ (नीलु ) चद्रवंशी के भतीजे राजेंद्र चंद्रवंशी के द्वारा संचालित किया जा रहा था।
जिसको नीलकंठ (नीलू) चंद्रवंशी ने स्वीकार भी किया है। और कहां की गलती तो हुआ है शासन-प्रशासन किसी की रहे सजा सबको मिलती है।
आगे नीलकंठ (नीलू) चंद्रवंशी ने कहा कि हमारे द्वारा प्लांट संचालन के लिए आवेदन दिया गया था पर जिले में खनिज अधिकारी नहीं होने के चलते परमिशन नहीं मिला।
और मजे की बात आपको बता दें जब पत्रकारों को जानकारी मिला की अवैध रुप से क्रेशर चल रहा है तो पत्रकारों ने फोटो विडियों लेने के लिए क्रेशर प्लाट पहुंचे थे। उसी वक्त काग्रेंस के जिला अध्यक्ष निलकंठ (निलू) चंद्रवंशी भी अवैध रूप से संचालित प्लांट में थे, और पत्रकारों को फोटो विडियों लेने से मना कर रहा थे। जिससे यहां साफ जहिर होता है कि सरकार सत्ता के धोस दिखकर जिला अध्यक्ष अपने श्रेय में अवैध क्रेशर प्लाट का संचालन करा रहे थे।