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क्या! भाजपा में शामिल होते ही ‘गुरु दीदी प्रियंका’ के धुल जायेंगे आरोप?, बुध्द-आंबेडकर के फ़ोटो-साहित्य को फड़वाने का है आरोप

रायपुर। छत्तीसगढ़ में 18 अप्रैल को भाजपा में शामिल होने वाले नामो में एक बड़ा नाम ‘गुरु दीदी प्रियंका’ का भी था। इस नाम का उल्लेख इसलिए, क्योंकि इस नाम के पीछे जितनी बड़ी पहचान हैं, उतने ही बड़े विवाद इस नाम के साथ जुड़े हुए हैं। प्रियंका सतनामी समाज के गुरु विजय कुमार की बेटी व कांग्रेस के पूर्व मंत्री गुरु रूद्रकुमार की बहन हैं। हाल ही में इन्होंने भाजपा का दामन थामा हैं, और इसी के साथ ही भाजपा के चुनाव-प्रचार में भी जुट गई हैं।

 

प्रियंका पर आरोप हैं कि, उन्होंने गिरौदपुरी मेले के दौरान एक विक्रेता के दुकान से डॉ. आंबेडकर और गौतम बुद्ध के फ़ोटो एवं साहित्यिक-किताब इसलिए जब्त कर, फड़वा दिए क्योंकि वो नहीं चाहती थी की सतनामियों के बीच बुध्द और आंबेडकर का प्रचार हो।

विक्रेता ने अपने साथ हुए इस घटना की शिकायत क्षेत्र के गिरौदपुरी पुलिस चौकी में की हैं। गौरतलब हैं कि जिस प्रियंका पर बुध्द और डॉ आंबेडकर का अपमान करने, उनके फ़ोटो फड़वाने के आरोप हैं, वही प्रियंका भाजपा में शामिल होकर भाजपा के पक्ष में अनुसूचित जाति वर्ग के वोटरों को साधने में लगी हुई हैं।

भाजपा में शामिल होकर -प्रियंका अब एससी वर्ग के मतदाता को लगी साधने

 

जानिए क्या है पूरा मामला

दरसल यह पूरा मामला 24 फरवरी 2023 का हैं। हर साल की तरह जिला बलौदाबाजार के गिरौदपुरी में लगने वाले मेले में हुलेश बंजारे अपना व्यवसाय करने पहुंचे थे। हुलेश अपनी (ठेले) दुकान में महापुरुषों की फ़ोटो साहित्यिक किताब के साथ पेन अंगूठी लाकेट सहित अन्य फैंसी समान बेचते हैं।

जिला-सक्ती, जैजैपुर के रहने वाले हुलेश बंजारे हमसे बातचीत के दौरान-उनके साथ घटित घटना को याद कर सहम जाते है। वे कहते है कि उस दिन की घटना को वो कभी नहीं भुला पायेंगे। उन्होंने घटना का जिक्र करते हुए बताया कि उस दिन वह बहुत डर गये थे, जब उनके दुकान के सामने सायरन लगी एक सफेद रंग की गाड़ी आकर खड़ी हो गई। गाड़ी में बैठी महिला ने मुझे कहा- यहां आंबेडकर और बुध्द के फ़ोटो नहीं बेचोगे।

मैं (हुलेश) यह सुनकर हैरान था, डरा हुआ भी। गाड़ी में महिला के साथ 8-10 लोग बैठे थे, और महिला कह रही थी कि वह सतनामियों की गुरु माता है। मैं खुद सतनामी समाज (एससी वर्ग) का हूँ, लेकिन मैंने उन्हें पहली बार देखा था। वह अपने आप को मेला कमेटी के अध्यक्ष विजय गुरु की बेटी और तत्कालीन सरकार के केबिनेट मंत्री गुरु रूद्र कुमार की बहन बता रही थी। इतना समझाते हुए गाड़ी आगे बढ़ाते हुए चली गयी।

यह घटना लगभग शाम 5-6 बजे की है। गाड़ी जैसे ही निकली कुछ ही देर में बहुत से लोग गाड़ी के साथ हो-हल्ला मचाते मेरे दुकान की तरफ बढ़े। गाड़ी में वही महिला थी जो खुद को गुरु माता प्रियंका बता रही थी। उन्होंने अपने लोगों को आदेश दिया और मेरे दुकान में रखे बुध्द और आंबेडकर के सभी फ़ोटो और साहित्यिक किताब, सामग्री को छिनकर जब्त कर लिया। मैंने इसका विरोध किया लेकिन वे लोग भीड़ में थे… मुझसे झुमा-झटकी करने लगे, गाली-गलौच भी दे रहे थे और यह सबकुछ गाड़ी में बैठी उसी महिला (प्रियंका) के आदेश पर हो रहा था। उन्होंने मेरे (हुलेश) लगभग 15 हजार रूपये के समान को जब्त कर लिया और अपनी गाड़ी के पीछे डालकर ले गये। इसी समय उनके लोग मुझे दोबारा गिरौदपुरी में आंबेडकर और बुध्द का प्रचार न करने के लिए धमकाते हुए आंबेडकर और बुध्द के कुछ फोटो को भी फाड़ दिए।

उन्हें केवल बुध्द और आंबेडकर से ही दिक्कत

हुलेश ने आगे बताया कि उनके साथ और भी लोग थे जो मेले में फ़ोटो साहित्य किताब बेच रहे थे। मैंने (हुलेश) देखा दुसरे दुकान में अन्य धर्मो के देवी-देवताओं के फ़ोटो थी, हिन्दू धर्म ग्रन्थों की किताबे भी बेचीं जा रही थी लेकिन उन्हें (प्रियंका और उनके समर्थकों को) इससे कोई दिक्कत नहीं थी। उन्हें केवल आंबेडकर और बुध्द के फोटो और उनसे जुडी चीजों से ही दिक्कत थी।

नहीं हो रही थी हिम्मत तब दोस्त ने दिया साथ, फिर की शिकायत
अपने साथ बीते घटना को लेकर हुलेश बताते है कि वे उस घटना से काफी दहशत में थे। इस घटना की शिकायत तो करना चाह रहे थे लेकिन उनकी हिम्मत नहीं हो रही थी। इसकी वजह बताते हुए कहा कि वह महिला (तत्कालीन सरकार में) केबिनेट मंत्री की बहन थी साथ ही गिरौदपुरी मेला के अध्यक्ष और सतनामी समाज प्रमुख की बेटी है। इसलिए हुलेश ने अब तक कोई शिकायत नहीं की थी।

फिर बाद में उनके एक दोस्त ने हौसला दिया। दोस्त ने उसे बिलासपुर के समाजिक कार्यकर्ता लखन सुबोध से मिलवाया। पूरी घटना बताने के बाद लखन सुबोध ने मदद करने का आश्वाशन दिया और इस मामले की पुलिस से शिकायत करने की सलाह दी। तब जाकर उसने इस मामले में पहली बार 21 अप्रैल 2023 को गिरौदपुरी पुलिस चौकी में लिखित शिकायत दी। लेकिन आरोपी की पकड़ सरकार और समाज दोनों में थी इसलिए कोई कार्यवाही नहीं हुई। तब इसकी शिकायत हुलेश ने 14 जून 2023 को बलौदाबाजार-भाटापारा के पुलिस अधीक्षक से की। हुलेश ने बताया इस मामले में फ़िलहाल अब तक केवल उनका बयान दर्ज किया गया है। पुलिस की जाँच को साल भर बीतने जा रहा है अब तक आरोपी के खिलाफ पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज नहीं की है।

मामला पंहुचा कोर्ट…

आम्बेडकर- बौद्ध फोटो -साहित्य आदि सामाग्रियों को लूटने- फेंकने एवं धार्मिक नफरत फैलाने के मामले में प्रार्थी की शिकायत पर अब तक आरोपियों प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है जिसे लेकर (GSS) गुरु घासीदास सेवादार संघ की ओर से CRPC 156/3 के तहत इस प्रकरण को कोर्ट में दाखिल किया गया।

बता दे इससे पहले इस मामले में कार्यवाही करने के लिए गुरुघासीदास सेवादार संघ (GSS) के बेनर तले बड़ा विरोध प्रदर्शन भी किया गया हैं। बावजूद इसके इस मामले में न जाँच पूरी हुई न ही प्रार्थी के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज किया गया हैं। जिसके बाद अब मामला कोर्ट में ले जाया गया है।

भाजपा ज्वाइन पर कहा- प्रियंका

अब सही जगह पहुची, भाजपा आंबेडकर विरोधी: लखन सुबोध
गुरु घासीदास जी ने ब्राम्हणवाद और पाखंड के खिलाफ संघर्ष किया। उन्होंने जाति तोड़कर लोगों को एक सूत्र में पिरोया। विशाल सतनाम पंथ की स्बथापना कर सतनामी समाज बनाया। लेकिन जो खुद को उनके वंशज बताते है वे ही अपने पुरखो के विरोध में काम कर रहे है। प्रियंका जो खुद को गुरु दीदी और समाज की गुरु माता कहलवाती है! वह अपने ही विरासती विचारधारा का विरोध करती है? बुद्ध और आंबेडकर जिनपर पूरा विश्व गर्व करता है उनके आदर्शो पर चलता है उनके लिए मन में कुंठा पाले बैठी हैं।

अम्बेडकरवादी विचारधारा की भाजपा हमेशा से विरोधी रही है। प्रियंका ने भाजपा प्रवेश कर बता दिया कि वह सही जगह पहुंच गई हैं।

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