
रायपुर। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी ने आज अडानी घोटाले की जांच की मांग को लेकर राजभवन का इसके विरोध में छत्तीसगढ़ प्रभारी कुमारी शैलजा, मुख्यमंत्री भूपेश बघेन और प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम के नेतृत्व में राजभवन मार्च कर घेराव किया गया। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि, देश की जनता की गाढ़ी कमाई पर डाका डालने वाले अडानी को मोदी सरकार द्वारा संरक्षण मिल रहा है। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता “पहले लड़े थे गोरों से, अब लड़ेंगे चोरों से“ के नारे लगाते रहे।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि, जिस मुद्दे को लेकर पूरे देशभर में उबाल है, आप सभी जानते हैं कि अडानी जी 609 नंबर में थे। कुछ दिनों में और कुछ महीनों में अडानी दुनिया के दूसरे नंबर के बड़े पैसे वाले हो गए। बढ़-चढ़कर मीडिया में सारी बातें आती रही लेकिन एक पेपर प्रकाशित हुआ वह हिडनबर्ग था। जिसके बारे में हम नहीं जानते थे लेकिन जैसे ही यह पेपर निकला जितना भी शेयर मार्केट है वह धड़ाम-धड़ाम गिरता गया। शेयर मार्केट दो-दो बार बंद करना पड़ा, दूसरी बार खुला फिर बंद करना पड़ा।
20 हजार करोड़ का जो एपीओ लाए थे उसको वापस करना पड़ा। उस पेपर में ऐसा क्या था की पूरी दुनिया में जो दूसरे नंबर का पैसे वाला था वह गिरते-गिरते फिर छठवें, 12वें और अब कितने नंबर पर है कोई पूछता नहीं है। ऐसा क्या है उस पेपर में उसके प्रकाशित होते ही कि, जैसे ताजमहल बनाते हैं और नीचे का पत्ता निकालते ही गिर जाता है वैसे ही अडानी भी गिर गया।
मार्केट धड़ाम-धड़ाम गिर रहा है, जांच क्यों नहीं हो रही?
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आगे कहा कि आप दुनिया भर में सारी गड़बड़ियां किए और गड़बड़ी करके सारा पैसा अर्जित किए। देशभर के साथ और शेयर होल्डर्स के साथ व सरकार के साथ भी धोखा करते रहे। बात जब आपके एलआईसी की हो, आपके बैंकों का हो जिसमें आपका पैसा लगा हो जिसमें सरकारी कर्मचारी का पैसा लगा हो, जिसमें आम जनता अपना पैसा लगाया हो, उसमें जब हजारों करोड़ रुपए दे रहे हैं और धड़ाम-धड़ाम मार्केट गिर रहा है तब भी उसको पैसा दे रहे हैं, तो किसके इशारों पर दे रहे हैं और क्यों दे रहे हैं? इस बात की जांच होनी चाहिए।
जब जहाज टूटने वाला है उसमें से तो सबसे पहले चूहा भागता है फिर इंसान धीरे-धीरे निकलता है लेकिन इसमें कूदने वाले और उसमें और पैसा डालने वाले कौन हैं? सवाल इस बात का है। इसी बात को लेकर देश जानना चाहता है कि राहुल जी और खड़के साहब के भाषण को क्यों विलोपित किया गया और इसकी जांच क्यों नहीं होती?
केंद्रीय एजेंसियों को बांधकर रख लिए हैः सीएम भूपेश
यहां तो स्थिति यह है हमारे विनोद तिवारी के किराए के मकान पर छापा मारा गया, गिरीश देवांगन के घर ईडी के अधिकारी चले जाएंगे लेकिन जहां हजारों लाखों करोड़ रुपए डूब गया वहां सरकारी एजेंसी नहीं जाएगी। क्यों नहीं जा रही है? यही बात तो राहुल गांधी जी कह रहे हैं कि जितने भी संस्थाएं हैं उसे कब्जे में कर लिए गए हैं। उसे बांधकर रख लिया गया है और जैसे-जैसे निर्देश करते हैं वैसे कार्रवाई करते हैं। आज देश का पैसा डूबा है, बैंकों का पैसा डूबा है, एलआईसी का पैसा डूबा है इन सब की जांच क्यों नहीं होनी चाहिए? इन सबको लेकर यह प्रदर्शन किया जा रहा है।